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The Traitors Finale: उर्फी और निकिता ने आखिरी मौके पर पलटी बाज़ी, Harsh को किया आउट

On: July 4, 2025
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The Traitors

The Traitors: कभी आपने सोचा है कि एक ऐसा शो हो, जहां दिमाग, इमोशंस और ट्रस्ट का इम्तिहान हो? जहां हर मुस्कान के पीछे शक हो, और हर दोस्ती के पीछे धोखा छिपा हो? ऐसा ही एक रियलिटी शो ‘The Traitors’ ने हाल ही में अपने पहले सीज़न का समापन किया, जिसे होस्ट किया करण जौहर ने और दिखाया गया Amazon Prime Video पर। 10 दिनों तक चली इस मानसिक और भावनात्मक जंग में उर्फी जावेद और निकिता लूथर ने मिलकर जीत का परचम लहराया और साथ में 70.05 लाख रुपये की इनामी राशि अपने नाम की।

जब भरोसे और चालाकी के खेल में उर्फी ने दिखाई इंसानियत की ताकत

शुरुआत में कोई नहीं सोच सकता था कि उर्फी जावेद, जिन्हें अक्सर उनके फैशन सेंस और बेबाक अंदाज़ के लिए जाना जाता है, इस माइंड गेम में इतनी दूर जाएंगी। लेकिन जैसा कि उन्होंने खुद कहा, “मैं सबसे स्मार्ट नहीं थी, लेकिन मैंने सही समय पर सही फैसला लिया।” यही तो असली खूबसूरती है इस शो की – सिर्फ दिमाग ही नहीं, इंसान की फीलिंग्स और टाइमिंग भी मायने रखती है।

हार और जीत के बीच बनती-बिगड़ती दोस्तियां

शो में 20 कंटेस्टेंट्स थे – सभी जाने-माने चेहरे, सेलेब्रिटीज़ और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स। हर दिन एक नया ट्विस्ट, हर रात एक नई स्ट्रैटेजी। लेकिन इन सबके बीच उर्फी और निकिता की बॉन्डिंग ने दिल जीत लिया। आखिरी समय में जब सब कुछ दांव पर लगा था, तब इन दोनों ने मिलकर गेम को पढ़ा और हार्श गुजराल को बाहर कर दिया, जो दो दिन पहले ही ट्रेटर बने थे।

उर्फी ने SCREEN को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “मैं बहुत कंफ्यूज थी। मुझे नहीं लग रहा था कि मैं जीतूंगी। मैं पुरव और हार्श को ट्रेटर मान ही नहीं पा रही थी। फिर निकिता से बहुत लंबी बातचीत हुई और वहीं मुझे समझ आया कि वो इनोसेंट है। हमने आखिरी वक्त पर गेम को पलट दिया।”

17 घंटे साथ बिताने का रिश्ता बन गया असली

शो में हमें जो सिर्फ 1 घंटे का एपिसोड दिखता है, असल में कंटेस्टेंट्स 17-17 घंटे साथ रहते हैं। उर्फी कहती हैं, “हम सिर्फ गेम की बात नहीं करते थे। दोस्तियां बनती थीं, और जब कोई अपना ट्रेटर निकल जाए तो दिल टूटता है।” यही तो इस शो की खासियत है – ये सिर्फ गेम नहीं, इमोशंस का टेस्ट भी है।

जीत सिर्फ ट्रॉफी की नहीं, खुद पर भरोसे की भी थी

इस शो के जरिए उर्फी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि इंसान अगर अपने ऊपर भरोसा रखे, सही वक्त पर सही फैसला ले, तो कोई भी मुश्किल आसान हो सकती है। जीत की ये कहानी सिर्फ पैसों की नहीं थी – ये थी एक ऐसी लड़की की, जो लोगों की उम्मीदों से आगे निकली और खुद को साबित किया।

Disclaimer: यह लेख मनोरंजन और जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसमें दी गई जानकारियां विश्वसनीय स्रोतों पर आधारित हैं, लेकिन किसी भी प्रकार के व्यक्तिगत विचार या भ्रामक निष्कर्ष न निकालें। शो देखने का अनुभव हर व्यक्ति के लिए अलग हो सकता है।

Harshita Rawat

मैं Harshita Rawat, एक कंटेंट राइटर और न्यूज़ जर्नलिस्ट हूं, जो टेक्नोलॉजी, मनोरंजन, लाइफस्टाइल और करंट अफेयर्स जैसे विषयों पर लेखन करती हूं। मेरा उद्देश्य है जानकारी को सरल, रोचक और भरोसेमंद अंदाज़ में पाठकों तक पहुंचाना।

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